डेढ़ साल बाद भी अनाथ बच्चों को नहीं मिला न्याय,न तो सरकारी अनुदान
गगहा पुलिस की घोर लापरवाही आज तक दोनों J C B थाने तक नहीं लाई गई
राष्ट्रीय राजमार्ग वाराणसी पर सड़क के किनारे स्थित पीपल के पेड़ को दो जेसीबी द्वारा पेड़ गिराने के दौरान हुई थी हादसा
हादसे में मौके पर ही दोनों बहनों की दबकर दर्दनाक मौत
दोनों बहनों के 3/3 नाबालिक बच्चे हुए अनाथ अंशु, अंशिका,अंश के सिर से उठा मां बाप का साया,दो साल पहले हो चुकी थी पिता की मौत
मां की मौत से अनाथ हुए तीन बच्चे
अभी तक नहीं मिला कोई सरकारी सहायता अनाथ बच्चों को
गोरखपुर वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग-29पर इस समय फोरलेन का निर्माण कार्य चल रहा है राजमार्ग के किनारे उसके जद में आए पेड़ को वन विभाग के ठेकेदार द्वारा पेड़ काटकर पीपल का पेड़ छोड़ दिया था लेकिन फोरलेन के जद में पीपल का पेड़ होने की दशा में मिट्टी का कार्य करा रहे ठेकेदार ने दो जेसीबी मशीन से पीपल के पेड़ को गिरा दिया जिससे अतायर निवासी रामप्रीत मौर्य की दोनों बेटियों की दबकर दर्दनाक मौत हो गई, लेकिन जिम्मेदारो की लापरवाही के कारण आजतक अनाथ बच्चों को कोई सहायता नहीं मिला,न ही उसकी मां की मौत के जिम्मेदारों को सजा मिल सका है। अनाथ बच्चे अपने रिश्तेदारों के यहां जिवकोपार्जन कर रहे हैं ।
बंता दे कि गगहा थाना क्षेत्र के अतायर निवासी रामप्रीत मौर्य की दोनो बेटिया राधा,मीरन अपने बच्चों के साथ 20फरवरी 2018को पिता के घर अतायर आई थी,
25फरवरी 2018 को दोनों बहनें पैदल हाटा बाजार बाजार करने जा रही थी अभी कहला स्थित पंजाब नैशनल बैंक के सामने पहुंची थी कि हाटाबाजार से बाइक से आ रहा भतीजा अपनी बुआ को देख रुक कर पुछने लगा कि आप लोग कहा जा रही है इसी दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग वाराणसी पर कार्य करा रहे एक ठेकेदार के दो जेसीबी मशीन द्वारा पीपल का पेड़ गिराया जा रहा था जो बात कर रही बहनों व भतीजा के ऊपर गिर गया जिससे दोनों बहनें दबकर मौके पर ही मौत हो गई तथा भतीजा अमन घायल हो गया। गगहा पुलिस ने दयाशंकर मौर्य पुत्र रामप्रीत मौर्य के तहरीर पर बाबूराम यादव पुत्र गणपति यादव निवासी सकरी के खिलाफ अपराध संख्या 165/18 धारा 304ए,337,338के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
दो साल पहले राधा मौर्या के पति अलगू की हो गई थी
गगहा क्षेत्र के तिलसर निवासी अलगू से राधा का विवाह हुआ था दो बर्ष पहले अलगू की मौत होने के बाद बच्चों को सम्भाल रही थी राधा मौर्या की मौत के बाद बिन मां-बाप के अनाथ हुए बच्चे इस समय अपने रिश्तेदारों के यहां रहकर जिवकोपार्जन कर रहे हैं लेकिन सबसे बड़ी समस्या कि रिश्तेदार कब तक उठायेंगे बच्चों की जिम्मेदारी। दुर्भाग्यवश अनाथ हुए तीनों बच्चों को अभी तक कोई सरकारी सहायता नहीं मिला व नहीं जिम्मेदारों ने ली सुध।
मां का सिर से उठा साया पिता कर रहा परवरिश
वहीं दुसरी बेटी मिरन का विवाह बेलघाट क्षेत्र के पढौतिया निवासी राजेंद्र से हुआ था । पत्नी मिरन की मौत के बाद से अभिषेक, रिषिकेश, विवेक की जिम्मेदारी पिता कर रहा है लेकिन अभी तक कोई सरकारी सहायता अभी तक नहीं मिला है। ( वादी)मामा दयाशंकर मौर्य उच्चाधिकारियों से लगा रहा गुहार नहीं मिला न्याय
अतायर निवासी दयाशंकर मौर्य घटना के बाद से ही उच्चाधिकारियों के यहां न्याय पाने का लगा रहा था चक्कर काफी प्रयास के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया, वहीं पिडित को थाने पर न जाने के लिए दबाव बना रहा था व्यक्ति,बाहर मैनेज करने के लिए लेकिन पिडित ने आरोपी ठेकेदार बाबूराम यादव के खिलाफ प्रार्थनापत्र देकर मुकदमा दर्ज करवाया लेकिन अभी तक इस मामले में गगहा पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नही की गई।
घटना के दिन मौके पर आए उच्चाधिकारियों ने दिया था आश्वासन
दोनों बहनों की मौत की खबर सुनकर मौके पर पहुंचे बांसगांव के उपजिलाधिकारी ने पिडित परिवार को आश्वासन दिया था कि सरकार द्वारा सहायता राशि दी जाएगी लेकिन आज तक कोई सहायता अनाथ बच्चों को नहीं मिल पाया।