आयुर्वेदिक उपचार
मुहँ में छाले
अक्सर पेट में कब्ज, पेट की गर्मी ,दाँत से जीभ कटने या किसी अन्य कारण से जब मुँह में छाले हो जाते है तो कुछ भी खाना-पीना व निगलना तक बहुत ही मुश्किल हो जाया करता है। और जब जीभ पर भी छाले हो जाया करते हैं तब तो बहुत ही असहनीय हालत हो जाती है ऐसी हालत में कुछ भी न खाते न उगलते ही बनता है।
घरेलु उपाय
सूखे पान के पत्ते का चूर्ण बनाकर इस चूर्ण को शहद में मिलाकर दिन में 3-4 बार चाटना चाहिए।
शहद में मुलहठी का चूर्ण मिलाकर इसका लेप मुँह के छालों पर करें और लार को मुँह से बाहर टपकने दें।
छोटी हरड़ को महीन पीसकर छालों पर लगाने से मुँह तथा जीभ के छालों से निश्चित रूप से छुटकारा मिलता है। इसे दिन में दो तीन बार अवश्य ही लगायें।
तुलसी की चार-पाँच पत्तियां नित्य सुबह और शाम चबाकर ऊपर से दो घूँट पानी पीयें। मुँह के छाले शीघ्र ठीक जाते है ।
मुँह में छाले होने पर सुबह शाम अडूसा के 2-3 पत्तों को चबाकर उनका रस चूसना चाहिए।