- एडीजी ने संभाली ज्वेलर्स डकैती काण्ड के ख़ुलासे की कमान
जौनपुर
पुलिस अधीक्षक कार्यालय से सटे श्रीमहालक्ष्मी ज्वेलर्स से एक करोड़ से अधिक की डकैती की दुस्साहसिक वारदात को अंजाम देने वाले अपराधियों के बारे में पुलिस को अहम सुराग मिल गए हैं। सूत्र बताते हैं कि चिह्नित हो चुके डकैत 48 घंटे के भीतर गिरफ्तार किए जा सकते हैं। पूर्वांचल के अलावा प्रयागराज व प्रतापगढ़ में भी पुलिस टीमें दबिश दे रही हैं।
सिविल लाइन इलाका स्थित उक्त प्रतिष्ठान पर गुरुवार की रात करीब नौ बजे तीन बाइक से धमके आधा दर्जन डकैतों ने एक करोड़ रुपये मूल्य के सोने के आभूषण, 3.85 लाख की हीरे की 13 अंगुठियां व कैश बाक्स से एक लाख रुपये लूट लिए थे। प्रतिरोध करने पर डकैतों ने पिस्टल की मुठिया से प्रहार कर प्रतिष्ठान के मालिक सुरेश सेठ का सिर फोड़ दिया था। दुस्साहसिक व सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने के बाद अंधाधुंध गोलियां चलाते हुए डकैत कलेक्ट्रेट तिराहा की तरफ भाग गए थे। शहर के पॉश इलाके में हुई इस सनसनीखेज व दुस्साहसिक डकैती ने पुलिस महकमे की पेशानी पर बल डाल दिए। वारदात के बाद पुलिस ने नाकेबंदी की लेकिन डकैत फरार होने में सफल हो गए। कई पुलिस टीमों ने सीसीटीवी फुटेज के सहारे डकैतों की धर-पकड़ के लिए बड़ा अभियान छेड़ रखा है। वाराणसी रेंज के एडीजी बृज भूषण, आइजी विजय सिंह मीना व एसपी रवि शंकर छवि टीमों की मॉनीटरिग कर रहे हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक वाराणसी व आजमगढ़ के बाद पूर्वांचल से इतर पड़ोसी जिलों प्रयागराज व प्रतापगढ़ के भी कुछ गैंग रडार पर आ गए हैं। वारदात को अंजाम देने वाले डकैतों को पुलिस ने चिह्नित कर लिया है। उनकी गिरफ्तारी के लिए टीमें जनपद के अलावा पड़ोसी जिलों में ताबड़तोड़ दबिश दे रही हैं। पुलिस इन्हें अगले 48 घंटों के भीतर दबोचकर लूटे गए आभूषण बरामद कर लेने के प्रति आश्वस्त है।