आगमन 2020 गुरू की गोद में कीर्तन दरबार' कार्यक्रम का हुआ
श्रीगंगानगर, 29 दिसंबर
तापमान में भारी गिरावट आने और हाड़ कंपकंपा देने वाली सर्दी पडऩे के कारण बेशक हर वर्ग परेशान हो, लेकिन रविवार की रात पदमपुर रोड स्थित गुरूद्वारा धन धन बाबा दीप सिंह शहीद में पहुंची संगत पर सर्दी का कोई असर देखने को नहीं मिला। मौका था 'आगमन 2020 गुरू की गोद में कीर्तन दरबार' कार्यक्रम का। जिसकी शुरूआत रविवार की रात 7 बजे हुई। कीर्तन दरबार की शुरूआत हुजूरी रागी भाई भूपेन्द्र सिंह कमल ने 'बाबा मन मतवारो नाम रस पीवै' और 'दम दम सदा समालदा' शबद गायन से की। इसके बाद श्री दरबार साहिब से हुजूरी रागी रागी भाई संदीप सिंह ने शबद गायन 'मेरे लालन की शोभा', 'पूजा कीचै नाम धिआइयै, 'जीअरे ओहला नाम का' किया। कीर्तन दरबार के समापन के बाद गुरू का अटूट लंगर वितरित किया गया। कार्यक्रम को लेकर जहां सगतों में उत्साह देखने को मिला, वही सेवादारों में भी सेवा के प्रति होड़ सी लगी रही। सर्दी का असर ना संगत पर था और ना ही सेवादारों पर। सेवादारों में कोई जूते-चप्पलों की सेवा में जुटा था, तो कोई लंगर वितरण की जिम्मेदारी संभाले हुए था। कार्यक्रम को देखते हुए गुरूद्वारा की आकर्षक व भव्य सजावट भी की गई। गुरूद्वारा के मुख्य सेवादार तेजेन्द्रपाल सिंह टिम्मा ने बताया कि 30 दिसंबर को रात 7 बजे से रात्रि 10 बजे तक कीर्तन दरबार चलेगा, जिसमें भाई सतिन्दरपाल सिंह लुधियाना वाले विशेष रूप से पहुंचेंगे। 31 दिसंबर को शाम 7 से रात्रि 12 बजे तक विशेष दीवान सजाया जाएगा। दीवान की समाप्ति के उपरांत भव्य आतिशबाजी भी की जाएगी। इसके उपरांत गुरू का अटूट लंगर वितरित किया जाएगा। टिम्मा ने बताया कि लोग नववर्ष के स्वागत की खुशियां होटलों, रेस्टोरेंटों, क्लबों आदि में मनाते हैं, जबकि आगमन 2020 गुरू की गोद का गवाह बनने वाली संगत वाहेगुरू सिमरन के जाप से नववर्ष का स्वागत करेगी। 31 दिसंबर को 12 बजते ही वाहेगुरू के जयकारों से गुरूद्वारा गुंजायमान होगा और इसके बाद भव्य आतिशबाजी की जाएगी। टिम्मा ने क्षेत्र की जनता 31 दिसंबर तक चलने वाले कीर्तन दरबार में अधिकाधिक संख्या में पहुंचने की अपील की।
-तेजेन्द्रपाल सिंह टिम्मा
मुख्य सेवादार