- जुए के फड़ में पुलिस का प्रायोजित खेल अभी भी चल रही फड़
रीवा गूढ थाना प्रभारी अरविंद राठौर द्वारा आज जुए की फड़ में बड़ा प्रायोजित खेल किया गया और शायद पहली बार ऐसा हुआ होगा कि पुलिस छापा मारी ओर जुआड़ी खेलने में मगन रहे मौके पर पहुँची पुलिस ने वकायदा पहले फड़ की फोटो खिंची उसके बाद कर्यवाई कि, दरअसल इसके पीछे की सच्ची पटकथा कुछ और है, गूढ थाना प्रभारी पर दो वरष्टि अधिकारियों सहित एक राज्य प्रशासनिक सेवा और एक उनके सहपाठी पुलिस अधिकारियों का जुए की इस फड़ में कर्यवाई नही करने का जबरजस्त दवाव है, वही दूसरी ओर ईमानदार जिला पुलिस अधिकारी का दवाव फड़ पर कर्यवाई कर बन्द कराने का है, इस बीच थाना प्रभारी ने रस्ता निकालते हुए जुए फड़ के संचालक को भरोसे में लेकर दिखावे के कर्यवाई की सेटिंग जमाई ओर पूर्व नियोजित योजना के तहत जुआ फड़ को संचालित करने वाले से कुछ लोगो को बैठाकर रुपए फैलाकर फोटो खिंचाई फिर चिन्हित सात लोगो को थाने बुलाकर कुछ रुपयों की जप्ती कर कर्यवाई की इतिश्री कर दी। जबकि फड़ पूर्व की तरह संचालित हो रही है जहा करीब ढेड़ सौ से ज्यादा लोग मौजूद है, इस तरह से शाप भी मर गई और लाठी भी नही टूटी, अब सवाल यह उठता है, की बड़े बड़े बदमाशो ओर अपराधियो को पकड़ कर तमगा ओर बीरता प्रमाण पत्र लेने वाले इन रीवा पुलिस के सिपे सलारो को ब्रहद स्तर पर संचालित हो रही यह फड़ क्यों नजर नही आ रही, पर इस मे इनकी कोई गलती नही क्यों की बात महबारी की है, एक ओर रेंज के आईजी बोलते है माफियाओं पर कर्यवाई करो तो वही दूसरी ओर माफिया को संरक्षण क्यों दिया जा रहा है। यहा समझदार के लिए इशारा काफी है, यहां हम आपको एक ओर मजे की बात बताते चले कुछ दिन पूर्व भी पुलिस कंट्रोल रूम में बैठने वाली एक टीम ने इसी फड़ में दविश दी थी फिर मामला फिट हो गया जिसके बाद यह फड़ उन्हें नजर आना बंद हो गई तो एक ओर जोन स्तर की टीम के प्रभारी टीम के अलावा अलग से अपना हिस्सा देने के लिए फंड संचालक को लगातार फोन कर रहे है, अब इस कर्यवाई का बड़ा खुलासा एक वीडियो के माध्यम से जल्द होगा की जिन पर आज कर्यवाई की गई है, वो कैसे खुद से थाने पहुचे है। यहां पुलिस कर्मी मात्र इस लिए भाग्य के धनी है, क्यों की पुलिस कप्तान बेहद ईमानदार आबिद खान है, वरना इनका क्या हर्स होता कि सोच भी नही सकते थे।